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जम्मू भारत के जम्मू – कश्मीर नामक स्थान पर स्थित है। जिसे साल 2019 में Article 370 हटाकर पूर्ण तरह से Union Territory के रूप में भारत में शामिल कर लिया गया है और अब इसे एक राज्य का दर्जा दिए जाने पर विचार किया जा रहा है।
यदि जम्मू में घूमने की जगह की बात की जाए तो यहाँ पर मुख्य रूप से ‘माता वैष्णो देवी मन्दिर’ की वजह से ही हर साल लाखों की तादात में tourists जम्मू की यात्रा करने आते हैं। इसके अलावा जम्मू का रहन – सहन, यहाँ की संस्कृति और पारम्परिक भोजन एवं प्राकृतिक ख़ूबसूरती देश – विदेश से आए पर्यटकों का ध्यान अपनी और खींचती है।
जम्मू – कश्मीर ‘धरती पर स्वर्ग’ कहलाता है। जिसके पीछे का कारण है – एकदम साफ़ और स्वच्छ झीलें, यहाँ की पहाड़ियाँ, हरे – भरे घास के मैदान, बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखलाएँ और खुशमिजाज स्वभाव के लोग।
गर्मियों के मौसम में पर्यटक ऐसे स्थान की यात्रा करना चाहते हैं, जहाँ पर उन्हें ठण्डक भरा वातावरण मिले ताकि कुछ समय के लिए ही सही वह गर्मी की चिलचिलाहट से छुटकारा पा सकें। चारों तरफ से बर्फ़ से ढकी पहाड़ियों एवं चीड़ के पेड़ों से घिरा जम्मू एक ठण्डे वातावरण वाले स्थान के रूप में उपयुक्त स्थान है।
वैसे तो जम्मू में घूमने की बहुत – सी जगह हैं लेकिन उनमें से कुछ प्रसिद्ध जगह के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
जब – जब जम्मू में घूमने की जगह की बात की जाती है, तब – तब ‘बाहु किला’ का नाम जम्मू के प्रसिद्ध दार्शनिक स्थलों में सबसे पहले लिया जाता है। यह किला जम्मू शहर के सबसे प्राचीन किलों में से एक है। बाहु किला शहर के केंद्र से लगभग 5 KM की दूरी पर तवी नदी के किनारे स्थित है।
यह किला ‘बावे वाली माता’ को समर्पित है और यहाँ पर हजारों भक्त माता के दर्शन करने आते हैं। अपनी शिल्प एवं वस्तु कला के लिए प्रसिद्ध यह किला प्राकृतिक दृश्यों को संजोय हुए है।
जम्मू में स्थित रघुनाथ मन्दिर सालों से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस मन्दिर को 1835 में महाराजा ‘गुलाब सिंह’ द्वारा बनवाया गया था। हालाँकि महाराजा गुलाब सिंह ने इस मन्दिर के निर्माण कार्य को शुरू करवाया था परन्तु इस मन्दिर को उनके पुत्र महाराजा ‘रणवीर सिंह’ द्वारा 1860 में पूरा करवाया गया।
इस मन्दिर की अंदरूनी सजावट इस मन्दिर को बहुत आकर्षक बनाती है। इस मन्दिर में सोने की पत्ती तथा चादर लगाई गई है। इसके अलावा मन्दिर के भीतर बहुत – सी देवी – देवताओं की कलात्मक प्रतिमाएँ भी स्थापित हैं, जोकि इसे जम्मू में घूमने की जगह में विशेष स्थान दिलाती हैं।
जम्मू का सबसे बड़ा तथा सरकारी संग्रहालय यदि कोई है तो वह है – डोगरा आर्ट संग्रहालय। जम्मू में घूमने की जगह में शामिल इस संग्रहालय के भीतर लगभग 7500 प्राचीन कलाकृतियाँ मौजूद हैं।
इसके अलावा आप और भी बहुत – सी प्राचीन वस्तुओं को देख सकते हैं। डोगरा आर्ट संग्रहालय की अद्भुत नक्काशी तथा प्राचीन वास्तुकला को देखने के लिए tourist हमेशा उत्सुक रहते हैं। यहाँ का शान्त तथा हरा – भरा माहौल पर्यटकों के मन को मोह लेता है तथा इतिहास प्रेमियों के लिए यह संग्रहालय सबसे बढ़िया और दिलचस्प जगह साबित होता है।
हिन्दूओं के लिए ‘वैष्णो देवी मन्दिर’ दुनिया के सबसे लोकप्रिय पूजा स्थलों में से एक है। हर साल लाखों तीर्थयात्री इस मन्दिर में आते हैं। यह मन्दिर देवी महालक्ष्मी को समर्पित है तथा लोगों की मान्यता है कि यदि आप इस मन्दिर पर कोई मनोकामना करते हैं, तो वह मनोकामना अवश्य पूरी होती है।
जम्मू में घूमने की जगह में शामिल वैष्णो देवी मन्दिर एक गुफा की भाँति दिखाई देता है तथा यह मन्दिर समुद्र तल से लगभग 5200 फीट ऊँचाई पर स्थित है। ऊपर जाने के लिए आपको सीढ़ियों से होते हुए ऊपर जाना होता है।
अमरनाथ गुफा जम्मू की सबसे ख़ूबसूरत व संसार की प्रसिद्ध गुफाओं मे से एक है। अमरनाथ की यह गुफा भगवान शिव जी को समर्पित है। इस गुफा के बारे में प्राचीन ग्रंथों से पता चलता है कि यहाँ पर माता पार्वती जी को भगवान शिव जी ने अमर कथा सुनाई थी।
जम्मू में घूमने की जगह यह अमरनाथ गुफा मे हर साल बर्फ़ से एक नया शिवलिंग बनता है, जिससे इस अमरनाथ गुफा के प्रति लोगों में आस्था बनी हुई है तथा हर साल बड़ी भारी संख्या में पर्यटक भगवान शिव जी के दर्शन करने के लिए पहुँचते हैं।
मानसर झील जम्मू में घूमने की जगह में से एक है। जोकि अपने प्राकृतिक सौंदर्य एवं आबोहवा के लिए बहुत चर्चित स्थल है। सांबा शहर से लगभग 20 KM की दूरी पर स्थित है, तीर्थ यात्रियों तथा भक्तों का पवित्र स्थल – मानसर झील।
मानसर झील के पूर्वी तट पर भगवान शेषनाग जी का एक मन्दिर बना हुआ है। यदि भक्तों की बात की जाए तो सर्वाधिक नवविवाहित जोड़े यहाँ पर आते हैं। इसी के पास दुर्गा एवं उमापति महादेव मन्दिर भी मौजूद है। आमतौर पर पर्यटक इन दोनों मन्दिरों के दर्शन करते हुए भगवान का आशीर्वाद ग्रहण करते हैं।
जम्मू जाने वाले पर्यटकों के बीच पहलगाम सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, यह लगभग 2740 मीटर की ऊँचाई पर मौजूद है। यह स्थान हरे – भरे पेड़ – पौधों, ख़ूबसूरत झील, फूलों तथा घास के मैदान से घिरा हुआ है। यहाँ की हरियाली एवं प्राकृतिक सौंदर्य इसे जम्मू में घूमने की जगह में शामिल करता है।
पहलगाम की झील में पर्यटक rafting तथा golfing का लुत्फ़ उठा सकते हैं। यहाँ पर मामल मन्दिर, बेताल घाटी है, जो यहाँ के आकर्षण का मुख्य केन्द्र है। यहाँ आसपास के बाज़ारों में बहुत – सी पारंपरिक कश्मीरी चीज़ें बेची जाती हैं।
मोदक पुलाव: जम्मू के सभी प्रसिद्ध शाकाहारी भोजन की सूची में ‘मोदक पुलाव’ का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यह सामान्य पुलाव से अलग होता है, जम्मू के इस स्वादिष्ट पुलाव को तैयार करने के लिए दालचीनी, दूध, घी, केसर आदि का प्रयोग किया जाता है।
यखनी लैंब करी: मोवा के फूल तथा प्याज के paste के साथ सूखे पुदीने के पत्तों से सजा हुआ यह यखनी लैंब करी डोडा के मुख्य खानपान में से एक है। सामान्यतः इसे चावल के साथ दिन के समय खाया जाता है।
थुक्पा: शाकाहारी लोगों के साथ – साथ माँसाहारी लोगों का भी यहाँ पर पूरा – पूरा ख्याल रखा गया है। माँसाहारी लोगों लिए भी डोडा में खाने के लिए बहुत कुछ मिलता है, जिसमें आप ‘थुक्पा’ के स्वाद का आनन्द उठा सकते हैं।
वैसे तो जम्मू में घूमने की जगह देखने के लिए tourists साल के किसी भी महीने में जा सकते हैं लेकिन जुलाई से सितम्बर के महीने में बारिश की वजह से यहाँ की यात्रा का मज़ा किरकिरा हो जाता है।
अगर हो सके तो बारिश के इस मौसम में जम्मू की यात्रा ना ही करें। tourists मार्च से जून तक के महीने के बीच जम्मू की यात्रा करना अधिक पसन्द करते हैं क्योंकि इस दौरान भारत के बाकी राज्यों में बहुत गर्मी पड़ती है तथा इस आग उगलती गर्मी से बचने के लिए tourists यहां के ठण्डक भरे वातावरण में समय बिताना अधिक पसन्द करते हैं।
हवाई मार्ग से: जम्मू में Airport मौजूद है, जो भारत के बड़े – बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, चैन्नई, मुंबई, चण्डीगढ़ से जम्मू के लिए direct flight मिल जाती है तथा Airport के बाहर से taxi या फिर cab मिल जाती।
रेल मार्ग से: जम्मू में स्थित railway station भारत के भिन्न – भिन्न शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, अहमदाबाद, कोलकत्ता, भोपाल, चेन्नाई, कन्याकुमारी आदि से रेल मार्ग की यात्रा कर सकते हैं तथा जम्मू में घूमने की जगह का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
सड़क मार्ग से: जम्मू एक ख़ूबसूरत शहर होने की वजह से भी भारत के अनेकों राज्यों से भी बहुत अच्छे से जुड़ा हुआ है तथा जम्मू के नजदीकी शहरों से बसों या डिपो की facility मिल जाती है। यदि आप चाहें तो अपनी personal car से भी सड़क के रास्ते आसानी से जम्मू की यात्रा तय कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें – कश्मीर में घूमने की 10 सबसे खुबसूरत जगह
यदि जम्मू में घूमने की जगह की बात की जाए तो वहाँ पर सिर्फ़ वैष्णो देवी मन्दिर, अमरनाथ गुफा, रघुनाथ मन्दिर आदि जैसे धार्मिक स्थान ही नहीं है बल्कि डोगरा आर्ट संग्रहालय जैसे कुछ रोचक स्थान भी हैं, जहाँ पर जाकर इतिहास के पन्नों में दर्ज जम्मू को जाना जा सकता है।
इसके अलावा पहलगाम जैसे कुछ ऐसे भी स्थान हैं, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध हैं। कुल मिलाकर यदि देखा जाए तो चाहे घूमने के उद्देश्य से या फिर आस्था की दृष्टि से जाने वाले कोई भी पर्यटक इस स्थान से कभी भी निराश होकर वापिस नहीं लौटते।
जम्मू में बहुत - सी झीलें तथा नदियाँ हैं, जहाँ पर rafting, surfing का लुत्फ़ उठाया जा सकता है। इसके सिवा Kayaking, Angling और Canoeing जैसे अन्य water games भी वहाँ पर मनोरंजन के लिए उपलब्ध हैं।
जम्मू में कश्मीरी, डोगरी एवं हिन्दी भाषा बोली जाती है।
जम्मू कश्मीर ‘तवी नदी’ के तट पर स्थित है।
जम्मू कश्मीर में स्थित ‘वैष्णो देवी मन्दिर’ के लिए यह स्थान विश्व भर में सुप्रसिद्ध है।
जम्मू में देवी त्रिकूटा, महामाया शक्तिपीठ, पिस्सू टॉप, खीर भवानी आदि जैसे कई प्रसिद्ध मन्दिर हैं।
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