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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल – Ayodhya me Ghumne ki Jagah

Ayodhya me Ghumne ki Jagah

अयोध्या शहर जिसे भगवान श्री राम जी का जन्म स्थान भी माना गया है, यह भारत देश के उत्तर प्रदेश नामक राज्य के फैज़ाबाद ज़िले में स्थित सरयू नदी के दाहिने किनारे पर बसा हुआ है। भारत का यह प्राचीन स्थल एक धार्मिक स्थल के तौर पर लोगों के बीच प्रसिद्ध है। 

अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल अपनी धार्मिक प्रवृत्ति की वजह से पूरे साल लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते रहते हैं। अयोध्या के दार्शनिक स्थलों में आपको राम जन्मभूमि, सरयूँ नदी की पवित्रता, अयोध्या का इतिहास आदि से सम्बन्धित अपनी जिज्ञासा को शान्त करने का अवसर मिलेगा। 

अयोध्या नगरी का इतिहास लगभग 9000 साल पुराना है। अयोध्या शहर का पुराना नाम था – कौशल देश। यह हिन्दुओं का एक प्रमुख और पवित्र तीर्थस्थल है। इसी जगह पर पौराणिक ग्रंथ – रामायण की रचना भी की गई थी। 

अयोध्या शहर को मुख्य रूप से ‘मन्दिरों का शहर’ भी कहा जाता है, जिसकी स्थापना मनु द्वारा की गई थी। इस स्थान पर हिन्दू, जैन, बौद्ध, मुस्लिम आदि धर्म के अवशेष भी पाए गए हैं। इस शहर की प्राचीनता ही इस शहर का सबसे उच्चतम गुण माना जाता है, जोकि पर्यटकों को ख़ूब पसन्द आता है।

अयोध्या जाने का सही समय

यदि आप अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो  हम आपको बता देना चाहते हैं कि आयोध्या जाने से पहले आपको अयोध्या जाने का सही समय पता होना चाहिए। 

अयोध्या में घूमने के लिए अक्टूबर से लेकर जनवरी के महीने का समय सबसे सही होता है  क्योंकि इस समय यहाँ का मौसम सुहावना होने के साथ – साथ अयोध्या नगरी में अधिकतर उत्सव मनाए जाते हैं। 

अयोध्या में एक से बढ़कर एक दर्शनीय स्थल हैं, जिनमें से कुछ सुप्रसिद्ध दर्शनीय स्थल कुछ इस प्रकार हैं – 

1. कनक भवन

Ayodhya me Ghumne ki Jagah

अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में सबसे पहले आता है – कनक भवन। यहाँ पर कनक शब्द का अर्थ है – सोने से बना हुआ। इस कारण इसे ‘सोने का घर’ भी कहलाता है। यह एक प्रकार का मन्दिर है। 

कनक भवन नामक इस मन्दिर में भगवान श्री राम तथा सीता माता जी की एक बहुत सुन्दर मूर्ति बनी हुई है, जिसने सिर पर सोने का मुकुट धारण किया हुआ है। मूर्ति देखकर ही आप इसकी महीन कलाकारी पर मुग्ध हो जाएँगे। 

इस कनक भवन के एक भाग में गीत – संगीत का अद्भुत प्रदर्शन किया जाता है, जो यहाँ के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र है एवं इसी वजह से यहाँ पर यात्रियों का ताँता लगा रहता है।

2. त्रेता के ठाकुर

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में से एक त्रेता के ठाकुर अयोध्या के नया घाट पर स्थित है। 300 साल पहले त्रेता के ठाकुर नाम के इस मन्दिर का निर्माण राजा ‘कुल्लू’ द्वारा करवाया गया था। 

कहा जाता है कि यह मन्दिर उसी जगह पर स्थापित है, जहां पर भगवान श्री राम ने अश्वमेध यज्ञ किया था। इस मन्दिर में भगवान श्री राम, सीता माता, लक्ष्मण, हनुमान, भरत तथा सुग्रीव समेत कई मूर्तियाँ हैं। 

काले बलुआ पत्थर को तराशकर त्रेता के ठाकुर मन्दिर में स्थित इन मूर्तियों को बनाया गया है। इस मन्दिर को 17वीं शताब्दी में ‘अहिल्याबाई होलकर’ नाम की एक मराठा रानी ने एक नए रूप में गढ़ा था।

3. सीता की रसोई

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में शामिल सीता की रसोई राम जन्मस्थान के उत्तर – पश्चिमी ओर बना हुआ एक मन्दिर है, जिसे एक रसोई में तब्दील किया गया है। 

माता सीता जी को ‘अन्न की देवी’ अथवा ‘अन्नपूर्णा’ भी कहते हैं और इसी बात को मद्देनज़र रखते हुए इस रसोई को बनवाया गया था। यह मन्दिर बहुत ख़ूबसूरत है तथा इसके एक भाग में भगवान श्री राम जो तथा माता सीता के साथ उनके भाईयों एवं उनकी पत्नियों की जोड़े के रूप में मूर्तियाँ बनाई गई हैं।

4. हनुमान गढ़ी

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में से एक हनुमान गढ़ी एक मन्दिर है। यह मन्दिर हनुमान जी को समर्पित है, जिसका अपना एक अलग ही धार्मिक महत्व है। 

यह मन्दिर एक पहाड़ी की चोटी पर मौजूद है, जिसे 10 वीं शताब्दी में बनवाया गया था। इस मन्दिर तक पहुँचने के लिए यात्रियों को लगभग 76 सीढ़ियों से होकर जाना पड़ता है।

हनुमान गढ़ी मन्दिर में स्थित हनुमान जी की मूर्ति भक्तों का स्वागत करती हुई प्रतीत होती है। इस पहाड़ी की चोटी से आसपास के पहाड़ियों का बेहद सुन्दर नज़ारा दिखाई देता है।

5. तुलसी स्मारक भवन

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में शामिल तुलसी स्मारक भवन को 16वीं शताब्दी के संत – कवि गोस्वामी तुलसीदास जी की याद में बनाया गया था। तुलसी स्मारक भवन वह स्थान है, जहाँ तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना की थी।

अयोध्या में राजगांग क्रॉसिंग पर राष्ट्रीय राजमार्ग के पूर्वी छोर पर स्थित इस स्मारक को साल 1969 में बनवाया गया था। तुलसी स्मारक भवन एक विशाल पुस्तकालय है, जिसमें आपको समृद्ध साहित्य का भण्डार देखने को मिल जाएगा। 

तुलसी स्मारक भवन में ‘अयोध्या अनुसंधान संस्थान’ नामक एक research center भी है। इसका प्रयोग अयोध्या के बारे में सांस्कृतिक, साहित्यिक तथा आध्यात्मिक जानकारी के अध्ययन एवं महत्व को दर्शाने के लिए किया जाता है।

6. मणि पर्वत

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में से एक मणी पर्वत का भी बहुत अधिक धार्मिक महत्व है। 

इस स्थान के पीछे एक रोचक कहानी है और वह कहानी यह है कि रामायण काल में जब भगवान श्री राम जी के छोटे भाई लक्ष्मण जी युद्ध के दौरान मूर्छित हो गए थे तो उन्हें स्वस्थ करने के लिए संजीवनी बूटी की आवश्यकता थी। 

तब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर आए थे। ऐसी मान्यता है कि जिस पर्वत को उठाकर वह ले जा रहे थे, उसी पर्वत का एक छोटा – सा हिस्सा टूटकर इस स्थान पर गिर गया था। यह मणि पर्वत वही टूटा हुआ हिस्सा है। इस मणि पर्वत की ऊँचाई लगभग 75 फीट है तथा यह पर्वत कई मन्दिरों का घर भी है।

7. रामकथा पार्क

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में शामिल रामकथा पार्क बहुत बड़े स्थान में फैला हुआ है, जहाँ आपको आध्यात्मिकता, धार्मिक कार्यक्रम, सांस्कृतिक, नाच – गाना तथा कविता, कथाएँ आदि देखने को मिल जाएँगी। 

रामकथा पार्क में आकर पर्यटक बहुत रोमांचित महसूस करते हैं। यहाँ पर national और international दोनों तरह के artists को अपनी art दिखाने का भरपूर मौका दिया जाता है। यहाँ पर शाम का समय बिताने के लिए बच्चों के लिए मैदान तथा व्यस्कों के लिए बगीचे भी बने हुए हैं।

8. गुप्तार घाट

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में से एक गुप्तार घाट अयोध्या के पास फैजाबाद में सरयू नदी के तट पर स्थित हिन्दू धर्म का एक पूजनीय और पवित्र स्थल है। 

गुप्तार घाट के बारे में ऐसा माना जाता है कि यहाँ पर भगवान श्री राम जी ने ध्यान किया था तथा इस नदी के जल में ही समाधि ली थी तथा उसके बाद उन्होंने ‘वैकुंठ’ प्राप्त किया। भगवान विष्णु जी के रूप में अपने स्वर्गीय निवास के लिए प्रस्थान किया, तभी से गुप्तार घाट को एक तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है।

इस सुन्दर घाट में नदियों की ओर जाने वाली सुन्दर सीढ़ियाँ बनी हुई हैं। ऐसा माना जाता है कि इस नदी में डुबकी लगाने पर परेशानियों और पापों से मुक्ति मिल जाती है। 

इसके अलावा यहाँ पर बहुत सेआकर्षक मन्दिर बने हुए हैं, जिनमें नरसिंह मन्दिर, राम मन्दिर और चक्रहारी मन्दिर सबसे अधिक आकर्षक और सुन्दर है। हम आपको बता देना चाहते हैं कि पवित्र मंत्रों की गूँज के साथ गुप्तार घाट सालभर  भक्तों से भरा हुआ रहता है।

9. बड़ी देवकाली देवी मन्दिर

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में शामिल राम नगरी अयोध्या में देवकाली देवी मन्दिर का भव्य स्थान है। इस मन्दिर के बारे में बताया जाता है कि यह श्रीराम जी की कुलदेवी का मन्दिर है। देवकाली देवी मन्दिर लोगों के बीच काफी प्रमुख हैं। यहां पर हर साल श्रद्धालु काफी अधिक संख्या में आया करते हैं।

इस मन्दिर से जुड़ी ऐसी मान्यता है कि यहां पर कोई भी व्यक्ति आने के उपरांत खाली हाथ नहीं जाता। भगवान श्री राम जी की देवकाली देवी अपने हर भक्तों की मुराद पूरी करती हैं। रामनवमी के दौरान यहाँ पर श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ जाती है।

10. छोटी छावनी

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अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल में से एक है – छोटी छावनी। इस छावनी को ‘मणिरामदास छावनी’ या ‘वाल्मीकि भवन’ के रूप में भी जाना जाता है। अयोध्या में  छोटी छावनी भवन एक शानदार संरचना है, जिसे पूरे तरीक़े से सफ़ेद रंग के संगमरमर से बनाया गया है। 

सौंदर्य से भरपूर छोटी छावनी निश्चित रूप से देखने योग्य एक पर्यटक स्थल है।  छोटी छावनी में कम से कम 34 गुफाएँ हैं। इन 34 गुफाओं में दक्षिण में 12 बौद्ध गुफा हैं, उत्तर में 5 जैन गुफा हैं तथा केंद्र में 17 हिन्दू गुफ़ा हैं इसी वजह से यह एक विस्तृत तथा महत्वपूर्ण स्थापत्य प्रतिभा है।

अयोध्या कैसे पहुँचे?

अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल जाने के लिए आप सड़क मार्ग, रेलवे मार्ग और हवाई मार्ग में से किसी भी मार्ग को अपना सकते हैं क्योंकि अयोध्या इन तीनों मार्गों से भारत के अनेकों राज्यों से जुड़ा हुआ है। 

सड़क मार्ग से : अयोध्या उत्तर प्रदेश का एक मुख्य पर्यटक केंद्र तथा धार्मिक स्थान है, जिस वजह से यहाँ पर हररोज़ हज़ारों की संख्या में लोगों का आना – जाना लगा रहता है।  जिसके कारण अयोध्या शहर भारत के विभिन्न राज्यों से सड़क मार्ग से अच्छे से जुड़ा हुआ है। 

अयोध्या के लिए हररोज़ सरकारी या निजी बस चलती है। आप उनकी सहायता से अयोध्या जा सकते हैं।

रेल मार्ग से : अयोध्या के लिए रेलवे मार्ग भी बहुत आसान और सस्ता ज़रिया है। अयोध्या का रेलवे स्टेशन भारत के बाकी शहरों से बढ़िया तरीक़े से जुड़ा हुआ है। आपके शहर से भी अयोध्या के लिए बहुत – सी रेलगाड़ियाँ मिल जाएँगी। 

हवाई मार्ग से : यदि आप हवाई मार्ग से अयोध्या जाना चाहते हैं तो हम आपको बता देना चाहते हैं कि आप अयोध्या से 8 KM की दूरी पर स्थित Faizabad Airport के लिए टिकट बुक करवा सकते हैं। यह हवाई अड्डा अयोध्या शहर के सबसे पास स्थित है।

अयोध्या घूमने का खर्च

अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल देखने में आने वाला ख़र्च आपके यहाँ ठहरने के दिनों पर depend करता है। हालाँकि 2 दिन के भीतर भी आप अयोध्या शहर की यात्रा आराम से कर सकते हैं। यदि आप अयोध्या शहर की यात्रा करने के लिए 2 दिन की योजना बनाते हैं तो आपको यहाँ पर होटल में ठहरने के लिए कम से कम 2000 रुपये देने पड़ेंगे।

वहीं अयोध्या के विभिन्न के दर्शनीय स्थलों पर घूमने के लिए और यहाँ के खानपान में 2 दिन का लगभग 1000 से 1500 रुपए तक का खर्चा आएगा। 

इसके सिवा transportation का खर्चा भी है, जो आप पर depend करता है कि आप किस मार्ग से अयोध्या शहर जाना चाहते हैं। अगर आप रेल मार्ग से अयोध्या जाते हैं तो आपका कम खर्चा लगेगा। वहीं, यदि आप हवाई मार्ग से जाते हैं तो इसमें आपका अधिक खर्चा आएगा।

निष्कर्ष

अयोध्या में घूमने के 10 दर्शनीय स्थल की सूची आपको इस blog में दे दी गई है। अब आप बेफ़िक्र होकर अयोध्या के आध्यात्मिक परिवेश का अनुभव करने जा सकते हैं। यहाँ पर कैसे जाएँ? यहाँ पर जाने में कितना ख़र्चा आएगा? इस blog को पढ़ने के बाद अब आपको ऐसे प्रश्न परेशान नहीं करेंगे।

आप अयोध्या में कनक भवन, त्रेता के ठाकुर आदि मन्दिरों में दर्शन कर सकते हैं और इसी के साथ राम कथा पार्क में घूमने का लुत्फ़ उठा सकते हैं। इसके अलावा आप गुप्तार घाट में डुबकी लगाकर सारी नकरात्मकता से छुटकारा पा सकते हैं। 

साल 2018 से पहले तक अयोध्या फैजाबाद ज़िले के रूप में जाना जाता था। जिसके बाद ‘आदित्यनाथ योगी’ जी जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, तब उन्होंने फैजाबाद ज़िले का नाम अयोध्या रख दिया।
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित अयोध्या ज़िले में कुल 5 तहसील हैं।
भगवान श्री राम जी का जन्म स्थान होने के कारण अयोध्या पूरे संसार में प्रसिद्ध है। धार्मिक स्थल होने के कारण यहाँ पर लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं।
शाक्य वंश के लोग भगवान श्री राम जी के वंशज कहलाते हैं। ऐसी मान्यता है कि वर्तमान समय के मौर्य, सिसोदिया, शाक्य, कुशवाहा वंश आदि जितने भी राजपूत वंश हैं, वह सभी भगवान श्री राम जी के वंशज कहलाते हैं।

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