
How Workerlly Empowers Unskilled Workers with Dignified Jobs
In India, millions of people depend on daily wages and hourly jobs to earn a
हमारे भारत देश के हर राज्य के अपने रीति – रिवाज़ हैं, यहाँ भिन्न – भिन्न लोकगीत और एक से बढ़कर एक स्वादिष्ट व्यंजन खाने को मिल जाते हैं। अगर आप घूमने के शौकीन हैं तो भारत को Explore करना आपको बहुत पसन्द आएगा। आप भारत में किसी भी राज्य के किसी भी शहर में आसानी से घूम सकते हैं। अपने समय को बचाते हुए किफ़ायती यात्रा करने के लिए आप चाहे Train या plane किसी भी साधन का प्रयोग कर सकते हैं। Transportation की दृष्टि से इन सभी की Service बहुत अच्छी है।
जब भी हम विदेश की यात्रा करते हैं तो हमें अनुमति की आवश्यकता पड़ती है। इस अनुमति को वीज़ा और पासपोर्ट के नाम से जाना जाता है, जिसकी वजह से ही लोग एक देश से दूसरे देश में घूमने जा पाते हैं।
भारत में ऐसे कई शहर हैं, जो भारत के प्रतिबंधित शहर कहलाते हैं। जहाँ जाना विदेश जाने के बराबर होता है। ऐसा हम इसलिए नहीं कह रहे कि उनकी भाषा विदेशी है या फिर वह विदेशी Culture को Follow करते हैं बल्कि इन शहरों में भी विदेश जाने जितनी मशक्कत करनी पड़ती है।
मशक्क्त से मतलब है कि विदेशों की तरह भारत के इन शहरों में जाने के लिए भी अनुमति लेनी पड़ती है लेकिन इस अनुमति का परमिट विदेश जाने के परमिट से थोड़ा अलग होता है। जहाँ विदेशों के परमिट वीज़ा आदि के नाम से जाने जाते हैं, वहीं भारत की इन आतंरिक जगहों पर जाने के लिए Inner Line Permit’ की ज़रूरत पड़ती है।
भारत के प्रतिबंधित शहर में इस परमिट की आवश्यकता तब होती है, जब लोग देश के उन Sensitive Areas में घूमने या किसी काम से जाते हैं, जिन क्षेत्रों की सीमाएँ दूसरे देशों से लगी होती हैं। तब इस परमिट की ज़रूर पड़ती है। ऐसा करने से वहाँ आने – जाने वाले लोगों का Record रहता है, जिससे उनकी सुरक्षा भी निश्चित की जाती है।
आज हम आपके साथ भारत के उन शहरों के बारे चर्चा करेंगे जहाँ जाने के लिए इस परमिट की आवश्यकता पड़ती है ताकि अगर आप कभी इन शहरों में जाएँ तो पहले से ही अपनी तैयारी कर लें।
भारत के उत्तर – पूर्वी क्षेत्र में अरुणाचल प्रदेश नाम का एक राज्य स्थित है। यदि आप भारत के इस राज्य में जाने के इच्छुक हैं तो आपके लिए ‘Inner Line Permit’ लेना अनिवार्य है।
अरुणाचल प्रदेश, जो चीन, म्यांमार और भूटान की सीमा से सटा हुआ है। अरुणाचल प्रदेश में ऐसी कई जगह हैं जैसे: भालुकपोंग, तवांग, रोइंग, अनिनी, ईटानगर, जीरो, बोमडिला, पासीघाट आदि। जो भारत के प्रतिबंधित शहर में शामिल हैं। जहाँ पर पर्यटकों के घूमने पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है।
विदेशी तो विदेशी यदि भारतीय नागरिकों को भी अरुणाचल प्रदेश जाना होता है तो उन्हें भी अपने साथ कुछ Important Documents जैसे: Pan Card, Driving License, Voter ID Card, Passport और अन्य किसी ID card के साथ अपनी एक Photo भी उपलब्ध करवानी होती है।
अरुणाचल प्रदेश के इस ‘Inner Line Permit’ के लिए 100 रुपये फीस के तौर पर देने होते हैं। यह परमिट लगभग 30 दिनों के लिए Valid होता है।
इन प्रतिबंधित इलाकों में जाने के लिए मिलने वाले इस परमिट को अरुणाचल प्रदेश सरकार और रेजिडेंट कमिश्नर से प्राप्त किया जा सकता है। जिसके लिए आपको गुवाहाटी, नई दिल्ली, शिलोंग, कोलकाता के Office में जाना होगा।
जनजातियों का घर कहलाए जाने वाला नागालैंड भारत देश का एक राज्य है। जहाँ पर घूमने – फिरने के लिए एक से बढ़कर एक स्थान हैं, जो प्राकृतिक ख़ूबसूरती से भरे हुए हैं।
फेक, कोहिमा, मोन, दीमापुर आदि इन ख़ूबसूरत स्थानों की सूची में आने वाले मुख्य स्थान हैं। इन पर्यटन स्थलों के साथ एक समस्या है और वह यह कि इन आकर्षक स्थानों पर जाने के लिए आपको ‘Inner Line Permit’ लेना होगा।
नागालैंड का Border म्यांमार के साथ लगा हुआ है तथा इसी वजह से भी नागालैंड के स्थानों को भारत के प्रतिबंधित शहर में रखा गया है।
नागालैंड में सैलानियों को घूमने के लिए पहले वहाँ के Deputy Commissioner से ILP (Inner Line Permit) प्राप्त करना होगा। फिर इस ILP को मोकोकचुंग, दिल्ली, शिलॉन्ग, कोलकाता, दीमापुर, कोहिमा आदि किसी भी जगह से ले सकते हैं।
यदि Inner Line Permit के लिए apply करना हो तो सैलानियों को Aaddhar Card, Pan Card या Voter ID Card के साथ Passport Size की Photo की भी ज़रूरत पड़ेगी।
नागालैंड में Inner Line Permit का कोई Fixed Charge नहीं है। अगर आपको यह परमिट 15 दिन के लिए चाहिए तो इसके लिए आपको 50 रुपये जमा करवाने होंगे। वैसे ही 30 दिन के लिए 100 रुपये की फीस भरनी होगी।
सिक्किम भारत का एक ऐसा राज्य है, जो हरे – भरे मैदानों तथा लाज़वाब व्यंजनों के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। यह भारत के सबसे छोटे आकार के राज्यों में शामिल है।
सिक्किम राज्य के साथ तीन देशों की सीमाएँ लगती हैं। यह तीन देश हैं – चीन, भूटान और नेपाल।
सिक्किम में बहुत से मठ स्थित हैं, इन मठों के लिए भी सिक्किम को काफ़ी प्रसिद्धि मिली है। इसके अलावा यहाँ की झीलों की एक विशेषता यह भी है कि इन झीलों का पानी Crystal Clear अर्थात् इतना Clean और Transparent है कि इन झीलों के तल में पड़े पत्थर तक साफ़ दिखाई देते हैं।
इसके आलावा सिक्किम में लोग अक्सर यहाँ के सबसे ऊँचे Point पर जाना भी पसन्द करते हैं। जिसके लिए परमिट की ज़रूरत पड़ती है।
गुरुडोगमार झील, त्सोमगो बाबा मंदिर यात्रा, जीरो पॉइंट यात्रा, सिंगालीला ट्रेक, युमथांग, नाथला पास, थंगु-चोप्टा घाटी यात्रा, द्ज़ोंगरी ट्रेक, युमेसमडोंग आदि स्थान भारत के प्रतिबंधित शहर में से एक हैं, जहाँ पर जाने के लिए परमिट की आवश्यकता होती है।
यह परमिट आपको सिक्किम के Department of Tourism and Civil Aviation द्वारा दिया जाएगा। जिसे बागडोगरा हवाई अड्डे और रंगपोचेकपोस्ट से भी हासिल किया जा सकता है। पहले आपकी ID की Verification की जाएगी।
जिसके लिए आपके Aaddhar Card, Driving Licence की ज़रूरत पड़ेगी। परमिट के लिए आपको किसी भी प्रकार की कोई फीस का भुगतान नहीं करना होगा।
भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है – लक्षद्वीप। यह लगभग 36 द्वीपों का समूह है। यह भारत से 400 किलोमीटर दूर पश्चिम की ओर अरब सागर में मौजूद है। लक्षद्वीप जिसे पर्यटकों के लिए स्वर्ग माना जाता है।
लक्षद्वीप भारत का एक उभरता हुआ Tourist Place है, जिसे अभी भी Explore किया जा रहा है। यह द्वीप अपने शानदार समुद्री तटों से लेकर स्वच्छ नीले रंग के प्राकृतिक पानी और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए मशहूर है।
इस स्वर्ग के दर्शन करने के लिए पहले परमिट लेना पड़ता है क्योंकि इसकी कई जगह भी भारत के प्रतिबंधित शहर की सूची में शामिल हैं। विदेशियों के साथ – साथ भारतवासियों को भी यहाँ के लोकल पुलिस स्टेशन से Clearance Certificate लेना पड़ता है।
भारत के इस Union Territory में आने के साथ ही आप अपनी Identification ID साथ रख लें। फिर परमिट मिलने के बाद आपको इस परमिट को लक्षद्वीप के Station House Officer के पास जमा करवाना पड़ेगा।
इस परमिट के लिए Online भी Apply किया जा सकता है। जिसके लिए आपको 50 रूपये जमा करवाने होंगे।
मिज़ोरम जिसे “Songbird of India” भी कहा जाता है। यह प्राकृतिक नज़ारों के लिए बहुत मशहूर है। मिज़ोरम भारत के Northeast Area में मौजूद एक ख़ूबसूरत राज्य है। इस राज्य का Border बांग्लादेश और म्यांमार के साथ लगता है। इधर घूमने आए पर्यटकों को परमिट लेने की ज़रूरत पड़ती है।
वैसे तो Inner Line Permit मिज़ोरम सरकार द्वारा दिया जाता है लेकिन लोग मिज़ोरम के Airport से भी यह परमिट ले सकते हैं। इसके आलावा यह परमिट गुवाहाटी, सिलचर, कोलकाता,शिलांग, दिल्ली आदि स्थानों से भी लिया जा सकता है।
जिसके लिए उन्हें चार Passport Size Photo और ID Card की Photocopy लगानी होगी। Temporary Permit जोकि 15 दिनों के लिए Valid होता है, उसके लिए 120 तथा Permanent Permit जोकि 6 महीनों के लिए Valid होता है, उसके लिए 220 रुपये का भुगतान यहाँ आने वाले लोगों को करना होगा।
मिज़ोरम राज्य में ऐसी जनजातियाँ रहती हैं, जो अब विलुप्त होती जा रही हैं। इस कारण भी मिज़ोरम के कुछ हिस्सों को भारत के प्रतिबंधित शहर में रखा गया है और यहाँ आने वालों के लिए भी परमिट लेना Compulsory कर दिया गया है।
निष्कर्ष: अगर आप भी भारत के प्रतिबंधित शहर में घूमने के लिए सोच रहे हैं तो इन जगहों की Inner Line Permit के लिए Online Apply कर ही दीजिए। अधिकतर लोग परमिट बनाने के झंझट में न पड़कर भारत के दूसरे स्थानों पर जाना Prefer करते हैं।
यदि आप शौकिया तौर पर घूमना पसन्द करते हैं तो इन जगहों पर जाना आपके लिए एक अच्छी Opportunity साबित हो सकता है क्योंकि इन जगहों के बारे ज़्यादा Explore नहीं किया गया है।
भारत के इन स्थानों पर घूमने – फिरने का एक अलग ही मज़ा होगा क्योंकि जब Special Permit लेकर कहीं जाया जाता है तो उस जगह की छोटी – छोटी साधारण चीज़ें भी जाने – अनजाने में Special लगने लगती हैं।
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